राव शफात अली / देहरादून/
IPS आयुष अग्रवाल के नेतृत्व में उत्तराखंड STF बड़े बड़े अपराधियों के गिरेबान तक पहुँच रही है लोगों को ठगने वाले जिस आरोपी को 12 राज्यों की पुलिस दिन रात ढूंढ रही थी उसे उत्तराखंड की STF ने दबोच लिया अब ये आरोपी सलाखों के पीछे है
लगातार लोग क्रिप्टो करैन्सी ऑनलाईन लालच में फंसकर करोड़ रुपया गवां रहे हैं क्रिप्टो करैन्सी में ऑनलाईन ट्रेडिंगकर लाभ कमाने व फ्लिपकार्ट का गिफ्ट गिविंग मैनेजर बताकर यू ट्यूब चैनल्स को लाईक व सब्स्क्राईब करने के टास्कसे धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के 01 और सदस्य को कर्नाटक से किया गया
एक प्रकरण साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन को प्राप्त हुआ जिसमें शिकायतकर्ता के साथ अज्ञात अभियुक्तो द्वारास्वंय को फ्लिपकार्ट का गिफ्ट गिविंग मैनेजर बताकर यू ट्यूब चैनल्स को लाईक व सब्स्क्राईब करने का टास्क देकरलाभ कमाने की बात कहना उसके पश्चात क्रिप्टो करैन्सी में ऑनलाईन ट्रेडिंग कर लाभ कमाने की बात कहते हुएटेलीग्राम ग्रुप में जोड़कर अज्ञात व्यक्तियों द्वारा भिन्न–भिन्न वैबसाईट के लिंक भेजकर निवेश व टास्क करने हेतु कहना| पश्चात उक्त अज्ञात व्यक्तियों द्वारा आपराधिक षडयन्त्र रचकर शिकायतकर्ता को टास्क तथा क्रिप्टो करेन्सी मेंनिवेश के नाम पर भिन्न–भिन्न तिथियों में भिन्न भिन्न लेन देन के माध्यम से ऑनलाईन कुल 18,11,000/- रुपयेधोखाधड़ीकी धनराशि प्राप्त करने सम्बन्धी शिकायत के आधार पर साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन देहरादून परमु0अ0सं0 10/23 धारा 420, 120 बी भादवि व 66(डी) आईटी एक्ट का अभियोग पंजीकृत किया गया |
विवेचना साइबर थाने के निरीक्षक विकास भारद्वाज के सुपुर्द की गयी। विवेचक द्वारा दौराने विवेचना पीड़ित के साथ18,11,000/- रुपये की धोखाधड़ी होने की पुष्टि हुई है। सम्पूर्ण भारत के भिन्न–भिन्न राज्यों में उपरोक्त माध्यम सेगिरोह द्वारा की जा रही थी लाखो की धोखाधड़ी ।
अभियोग में अभियुक्त के विरुद्ध कार्यवाही हेतु घटित टीम द्वारा घटना में प्रयुक्त मोबाईल नम्बर, तथा अभियुक्तो द्वाराशिकायतकर्ता से प्राप्त धनराशि की जानकारी प्राप्त की गयी तो प्रकाश में आया कि शिकायतकर्ता की धनराशिदिल्ली, जयपुर राजस्थान में स्थानान्तरित हुयी है के आधार पर पूर्व में टीम को राजस्थान भेजा गया ।
पुलिस टीम द्वारा अथक मेहनत एवं प्रयास से अभियुक्तो द्वारा उक्त धनराशि को जिन खातों मे आहरित किया गया थाउन खातो की जानकारी व साक्ष्य एकत्रित करते हुये अभियोग में सलिप्त *02 सदस्य 1- कादिर खान पुत्र फारुक खाननिवासी चूड़ी मियां सीकर राजस्थान 2- अनीश खान पुत्र असलम खान निवासी चूड़ी मियां सीकर राजस्थान सेगिरफ्तार कर धारा 41 सी0आर0पी0सी0 के तहत कानूनी कार्यवाही की गयी ।*
इसी क्रम में पूर्व में घटित पुलिस टीम द्वारा अथक मेहनत एवं प्रयास से अभियुक्तो द्वारा उक्त धनराशि को जिन खातोंमे आहरित किया गया था उन खातो की जानकारी व साक्ष्य एकत्रित करते हुये अभियोग में सलिप्त *01 सदस्य राघवेन्द्रपुत्र गणेश R/O 413 A Block SSM Nagar Davangrer Karnataka से गिरफ्तार किया गया ।*
*अपराध का तरीका* :- साईबर पीड़ित द्वारा अपने प्रथम सूचना विवरण के माध्यम से अवगत कराया कि अज्ञातव्यक्ति द्वारा वह्ट्स एप के माध्यम से सम्पर्क कर स्वंय को फ्लिपकार्ट का गिफ्ट गिविंग मैनेजर बताकर यू ट्यूब चैनल्सको लाईक व सब्स्क्राईब करने के टास्क कर लाभ कमाने की बात कहना उसके पश्चात क्रिप्टो करैन्सी में ऑनलाईनट्रेडिंग कर लाभ कमाने की बात कहते हुए टेलीग्राम ग्रुप में जोड़कर अज्ञात व्यक्तियों द्वारा भिन्न–भिन्न वैबसाईट के लिंकभेजकर निवेश व टास्क करने हेतु कहना जिसके पश्चात उक्त अज्ञात व्यक्तियों द्वारा आपराधिक षडयन्त्र रचकरशिकायतकर्ता को टास्क तथा क्रिप्टो करेन्सी में निवेश के नाम पर भिन्न–भिन्न तिथियों में भिन्न भिन्न लेन देन के माध्यमसे ऑनलाईन कुल 18,11,000/- रुपये धोखाधड़ी की गयी।
*संगठित गिरोह लोगो के करंट बैंक खाते खुलवाता है और इसमें अपराध से जुड़े ठगी धन राशि को अलग अलग बैंकखातों मैं भेजनें के उपरांत यह Binance या अन्य किसी क्रिप्टो प्लेटफार्म से धन को क्रिप्टो मैं बदल का पैसे को आगेभेज देते है|*
अपराधी ने अलग–अलग बैंक खातों का इस्तेमाल किया, जहां 13 करोड़ के विवादित/संदिग्ध लेनदेन की बात सामनेआई है।
*गिरफ्तार आरोपी की अन्य 11 राज्यों में भी शिकायत है*
*आंध्र प्रदेश, केरला, कर्नाटाका, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, तमीलनाडू, उत्तर प्रदेश, गुजारत, हरयाणा, राजस्थान, तेलंगाना|*
सभी शिकायतों का विवरण संबंधित राज्यों के साथ साझा किया जाएगा।
*गिरफ्तार अभियुक्त :-*
(1) Raghvendra G. S/O Ganesh P R/O 413 A Block SSM Nagar Davangere Karnataka
*पुलिस टीमः-*
1 निरीक्षक श्री विकास भारद्वाज
2 उ0नि0 राजीव सेमवाल
3-अ0उ0नि0 सुरेश
4- का0 शादाब अली
*श आयुष अग्रवाल वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एस0टी0एफ0 उत्तराखण्ड द्वारा जनता से अपील की है कि वे किसी भीप्रकार के लोक लुभावने अवसरो/फर्जी साइट/धनराशि दोगुना करने व ऑनलाईन बिजली के बिल का भुगतान करनेवाले व्यक्तियों से सावधान रहें । किसी भी प्रकार के ऑनलाईन भुगतान करने से पूर्व उक्त साईट का पूर्ण वैरीफिकेशनस्थानीय बैंक, सम्बन्धित कम्पनी आदि से भलीं भांति इसकी जांच पड़ताल अवश्य करा लें तथा गूगल से किसी भीकस्टमर केयर नम्बर सर्च न करें । कोई भी शक होने पर तत्काल निकटतम पुलिस स्टेशन या साइबर क्राईम पुलिसस्टेशन को सम्पर्क करें । वित्तीय साईबर अपराध घटित होने पर तुरन्त 1930 नम्बर पर सम्पर्क करें ।
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