राव शफात अली / देहरादून/
उत्तराखंड में अपनी राजनीतिक ज़मीन मज़बूत करने में जुटी आम आदमी पार्टी की राजनीतिक ज़मीन और भी कमजोर हो रही हैं पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेताओं ने आप पार्टी का दामन छोड़ दिया है उत्तराखंड में अपनी झाड़ू की तिल्लियों को मज़बूत करने में जुटी आम आदमी पार्टी की पूरी झाड़ू ही बिखर गई है
जिसके चलते उत्तराखंड में आम आदमी पार्टी को बड़ा झटका लगा है कई नेताओं ने पार्टी से सामूहिक इस्तीफा दे दिया है ,
जोत सिंह बिष्ट समेत तमाम नेताओं ने आम आदमी पार्टी को छोड़ दिया है पार्टी के वरिष्ठ नेता रहे जोत सिंह बिष्ट आम आदमी पार्टी की कार्यशैली से नाराज़ चल रहे थे जिसके चलते अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ जोत सिंह बिष्ट ने भी पार्टी को अलविदा कह दिया है
जोत सिंह बिष्ट का कहना है कि पार्टी का शीर्ष नेतृत्व सोया हुआ है. पिछले 3 महीने से पार्टी कि कार्यकारिणी को भंग किया है ऐसे में हम सभी अब पार्टी में अपना समय खराब नहीं करेंगे और पार्टी को छोड़ रहे हैं
ग़ौरतलब है कि जोत सिंह बिष्ट आप पार्टी से पहले कांग्रेस के बड़े वरिष्ठ नेताओं में गिने जाते थे लेकिन कांग्रेस को छोड़कर बिष्ट ने आम आदमी पार्टी को ज्वाइन कर लिया था ,आप पार्टी में रहते हुए जोत सिंह बिष्ट की राजनीति भी हाशिए पर चली गई थी जिसके चलते अपने राजनीतिक वजूद को बचाने के लिए आम आदमी पार्टी से बिष्ट ने इस्तीफा दे दिया |
*कमलेश रमन ने कहा आम आदमी पार्टी उत्तराखंड में गम्भीर नहीं !
आम आदमी पार्टी में प्रदेश प्रवक्ता रही कमलेश रमन ने जानकारी दी कि पिछले तीन माह से उत्तराखंड में आम आदमी पार्टी की कार्यकारिणी भंग थी और शीर्ष नेतृत्व कार्यकारणी को बनाने में गंभीरता नहीं दिखा रहा था जिसके चलते कार्यकर्ताओं में नाराज़गी बनी हुई थी शीर्ष नेतृत्व को लगता था कि चुनाव से छह महीने पहले ही कार्यकारणी बनाकर वो उत्तराखंड में चुनाव जीत सकते हैं जबकि कमलेश रमन का कहना है कि उत्तराखंड की भौगोलिक परिस्थिति दूसरे राज्यों से अलग है जहाँ आम आदमी पार्टी को ज़्यादा मेहनत करने की आवश्यकता है
हालाँकि अभी इस्तीफे के बाद कमलेश रमन का कहना है कि जिन लोगों ने इस्तीफ़ा दिया है सब बैठकर के बैठक में तय करेंगे कि अब अगला क़दम क्या होगा |
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