जिलाधिकारी उत्तरकाशी की सक्रियता के चलते सहस्त्रताल में फंसे 13 ट्रेकर्स को बचाया गया, घटना में 9 ट्रेकर्स की हुई मौत !

/ राव शफात अली/उत्तरकाशी / 06 जून 2024/

उत्तरकाशी जिलाधिकारी की सक्रियता और रैस्क्यू के लिए तुरंत टीमों को रवाना करने के चलते दो दिन चले रेस्क्यू ऑपरेशन में सहस्त्रताल में फंसे ट्रैकिंग दल के 13  लोगों को सकुशल बचाया जा सका है

हालाँकि इस घटना में सहस्त्र ताल के बर्फ़ीले तूफ़ान में फँसे 9 ट्रेकर्स  की मौत हो गई इस हादसे पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी दुख जताया है

29 मई को ट्रैकर्स का यह दल सहस्त्र ताल के लिए रवाना हुआ था जहां बर्फीले तूफान  में फँस गया जिसकी सूचना 4 जून को ज़िलाधिकारी उत्तरकाशी  मेहरबान सिंह बिष्ट को मिली सूचना मिलते ही जिलाधिकारी उत्तरकाशी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए अपनी निगरानी में तुरंत रैस्क्यू टीम को रवाना कर दिया था और साथ ही पूरे मामले पर अधीनस्थ अधिकारियों को लगातार दिशा निर्देश भी जारी करते रहे

सिल्ला-कुशकल्याण-सहस्त्रताल ट्रैक पर फंसे पर्यटकों की खोज एवं बचाव के लिए संचालित अभियान आज संपन्न हो गया है। इस रेस्क्यू अभियान में तेरह ट्रैकर्स को गत दिवस सुरक्षित निकाल लिया गया था। आज दूसरे दिन प्रातः अभियान की शुरूआत करते हुए वायु सेना के दो चीता हेलीकॉप्टर्स के जरिए घटनास्थल से चार शवों को निकाल कर नटीण हेलीपैड लाया गया। इस प्रकार, हादसे में मरने वाले ट्रैकर्स की संख्या नौ हो गई है। उधर, मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी सिल्ला-कुशकल्याण-सहस्त्रताल ट्रैक पर फंसे पर्यटकों की खोज एवं बचाव के लिए संचालित रेस्क्यू अभियान पर निरंतर नजर रखे रहे। उन्होंने रेस्क्यू अभियान में हर संभव विकल्पों और संसाधनों का प्रयोग करने की हिदायत दी थी।
हादसे में घटनास्थल से सुरक्षित निकाले गए 8 लोगों को गत दिवस देहरादून भेजा जा चुका है। जबकि यहां रूके पॉंच अन्य ट्रैकर्स को आज देहरादून भेजा जा रहा है। घटनास्थल से बरामद सभी नौ शवों को नटीण हेलीपैड से जिला अस्पताल उत्तरकाशी लाकर पोस्टमॉर्टम की कार्रवाई की जा रही है। कुछ देर बाद इन सभी शवों को वायु सेना के एमआई-17 हेलीकॉप्टर से देहरादून भेजा जाएगा।
आज सुबह घटनास्थल से एसडीआरएफ के तीन रेस्क्यूअर्स को भी हेलीकॉप्टर की मदद से नटीण लाया गया है और रेस्क्यू के लिए जमीनी रास्ते से आगे बढ रही टीमों को भी वापस लाने की कार्रवाई चल रही है।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों पर हादसे की सूचना मिलते ही रातों-रात वायु सेना से लेकर निजी कंपनियों के हेलीकॉप्टर्स जुटाने के साथ ही उच्च हिमालयी क्षेत्रों में रेस्क्यू करने में दक्ष व अनुभवी रेस्क्यूअर्स की अनेक टीमों को तैयार कर अगले दिन तड़के ही कई दिशाओं से जमीनी व हवाई रेस्क्यू अभियान शुरू कर दिया गया और दोपहर होने तक सभी जीवित ट्रैकर्स को सुरक्षित निकाल लिया गया था।
मुख्यमंत्री शुरू से इस अभियान को लेकर निरंतर जिलाधिकारी से अपडेट लेते रहे। मुख्यमंत्री ने इस हादसे में ट्रैकर्स की मौत होने पर गहरा दुःख व्यक्त करते हुए अधिकारियों को इस रेस्क्यू अभियान में हर संभव विकल्पों पर कार्रवाई करने के साथ ही उत्कृष्ट संसाधनों एव विशेषज्ञ रेस्क्यूअर्स को जुटाने के निर्देश देते हुए कहा था कि सहस़्त्रताल क्षेत्र में फंसे जीवित पर्यटकों के जीवन के रक्षा के लिए कोई भी कसर न रखी जाए।
मुख्यमंत्री ने इस जटिल व अत्यंत चुनौतीपूर्ण अभियान को तेजी से संचालित करने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे सभी लोगों, विभागों व संगठनों के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि पूरी दक्षता, क्षमता व तत्परता के साथ रेस्क्यू अभियान संचालित करने के फलस्वरूप इस हादसे में जीवित सभी व्यक्तियों को गत दिन ही सुरक्षित निकालने में सफलता मिली है।

See also  मुख्यमंत्री धामी ने उत्तरकाशी जनपद के अतिवृष्टि से प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण कर आपदा की स्थिति का लिया जायजा

You may have missed