ड्यूटी पर लौटे डाॅक्टर, एसजीआरआर मेडिकल काॅलेज में सफल रही वार्ता, मेडिकल काॅलेज ने निष्पक्ष जांच की मांग उठाई

देहरादून। श्री गुरु राम राय इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एण्ड हैल्थ साइंसेज़ में पीजी डाॅक्टर ड्यूटी पर लौट आए हैं। बुधवार को डाॅक्टरों एवं एसजीआरआर मेडिकल काॅलेज प्रबन्धन के बीच सौहार्दपूर्णं वार्ता हुई। सफल वार्ता के बाद डाॅक्टर अपनी अपनी ड्यूटी पर वापिस लौट आए हैं। वरिष्ठ अधिवक्ता एसपी सिंह ने जानकारी दी कि सोमवार को कोर्ट के आदेश के बाद मेडिकल काॅलेज परिसर एवं अस्पताल परिसर में धरना प्रदर्शन पर पहले ही रोक के आदेश जारी हो गए थे।

बुधवार को पीजी डाॅक्टरों और एसजीआरआर मेडिकल काॅलेज प्रबन्धन के बीच सीधी वार्ता हुई। डाॅक्टरों ने अपने काम से जुड़े कुछ बिन्दु सामने रखे। उन सभी बिन्दुओं पर विस्तारपूर्वक चर्चा हुई। एसजीआरआर मेडिकल काॅलेज प्रबन्धन ने सकारात्मकतापूर्वक पीजी डाॅक्टरों की बातों को सुना और मामले को सुलझा दिया। डाॅक्टरों एवं मेडिकल काॅलेज की बीच वार्ता सफल रही। डाॅक्टरों ने भी सफल वार्ता के क्रम में अपनी ड्यूटी पर वापिस आने का फैसला किया।

एसजीआरआर मेडिकल काॅलेज ने निष्पक्ष जांच की मांग उठाई

श्री गुरु राम राय इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एण्ड हैल्थ साइंसेज ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एवं जिलाधिकारी को पत्र भेजकर मामले की निष्पक्ष जांच की मांग उठाई है। काॅलेज की ओर से दिए गए पत्र में डाॅ देवेश गर्ग के सभी फोनों के फोन डिटेल्स, व्हाट्सअप काॅलिंग एवं चैट्स रिकाॅर्ड की जांच की मांग की है। इसके अलावा डाॅ देवेश के सभी परिवारजनों, बैचमेट्स के मोबाइल काॅल डिटेल, व्हाट्सअप काॅल डिटेल्स, मैसेज व फेसबुक इंस्टाग्राम रिकाॅर्ड्स की जांच की भी मांग की है।  डाॅ देवेश गर्ग के  फेसबुक, इंस्टाग्राम व अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म से भी कई सुराग सामने आ सकते हैं। मेडिकल काॅलेज ने अपना पक्ष स्पष्ट करते हुए कहा है कि काॅलेज पुलिस जांच में हर तरह का सहयोग कर रहा है। इस प्रकरण पर हर एंगल से जांच होनी चाहिए व वास्तविकता सामने आनी चाहिए।

See also  मुख्यमंत्री ने टनकपुर से कैलाश मानसरोवर यात्रा के पहले दल को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना, देवभूमि से शिवधाम की ओर पहला कदमः मुख्यमंत्री

महिला डॉक्टर के मोबाइल काॅल से आया नया मोड

डाॅ देवेश गर्ग के इमरजेंसी में लाने के दौरान श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल की इमरजेंसी में  एक मोबाइल नम्बर से एक फोन आया था। अपना परिचय बताते हुए महिला ने स्वयं को राजस्थान के किसी मेडिकल काॅलेज में पीजी डाॅक्टर बताया और डाॅ देवेश गर्ग के स्वास्थ्य के बारे मेें जानकारी मांगी। एसजीआरआर मेडिकल काॅलेज ने सभी तथ्यों को सन्दर्भित करते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को दिए पत्र में हर कोण से मामले की विस्तृत जांच की मांग की है।

काॅलेज की जांच कमेटी करेगी विस्तृत जांच

श्री गुरु राम राय इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एण्ड हैल्थ साइंसेज़ पूर्व में ही एक अंतरिम जांच कमेटी का गठन कर चुकी है। जांच कमेटी मेडिकल छात्र की आत्महत्या से जुड़े हर बिन्दु पर विस्तृत जांच करेगी व रिपोर्ट तैयार करेगी। एसजीआरआर मेडिकल काॅलेज ने पुलिस अधिकारियों को भरोसा दिलाया है कि पुलिस को जांच में हर तरीके का सहयोग दिया जाएगा। उधर पुलिस डाॅक्टर देवेश की आत्महत्या प्रकरण की जांच कर रही है।

See also  सीएम धामी के निर्देश पर एक और बड़ी कार्रवाई, सरकारी योजनाओं का गलत लाभ उठाने के मामले में मुकदमे दर्ज

एसजीआरआर विश्वविद्यालय ने पार्थ जुयाल, ऋषभ रावत और चन्दन नेगी के खिलाफ मुकदमा लिखे जाने की मांग की

श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय ने पार्थ जुयाल, चन्दन नेगी और ऋषभ रावत व अन्य के खिलाफ मुकदमा लिखे जाने की मांग की है। छात्र संघ के नाम पर ये तीनों श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय के कुलपति डाॅ यशबीर दीवान को काफी समय से टारगेट कर रहे हैं। विश्वविद्यालय में कुछ समय पूर्व हुए धरना प्रदर्शन में इन तीनों पर रंगदारी व पैसा वसूली का नामजद मुकदमा दर्ज है। मंगलवार को भी ये तीनों जबरन मेडिकल काॅलेज में घुस गए और धरना प्रदर्शन किया और कुलपति के विरूद्ध अशोभनीय नारेबाजी की।  कोर्ट के आदेशों को ठेंगा दिखाते हुए इन्होंने काॅलेज परिसर में धरना प्रदर्शन किया। श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय ने जिला प्रशासन से मांग की है कि ये तीनों कुलपति डाॅ यशबीर दीवान को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर इन्हें जेल भेजा जाना चाहिए। यह असामाजिक तत्व श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय में पहले भी माहौल खराब करने में संलिप्त रहे हैं। पुलिस इन लोगों पर संगीन धाराओं में मुकदमे दर्ज कर चुकी है। इधर डाॅक्टरों ने घटनाक्रम को अपना आंतरिक मामला बताते हुए इन असामाजिक तत्वों को मेडिकल काॅलेज परिसर से चलता कर दिया।

See also  मुख्यमंत्री के निर्देशन में फ्रंटफुट पर जिला प्रशासन, दर्जनों मोबाईल टावर सील, एक बाद एक बड़े एक्शन

You may have missed