चारधाम यात्रियों के लिए पंजीकरण हुआ अनिवार्य ,मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने जारी किया शासनादेश , श्रद्धालुओं से की सहयोग की अपील |

राव शफात अली / देहरादून /

चारधाम यात्रा में अधिक भीड़ को देखते हुए राज्य सरकार ने श्रद्धालुओं के लिए गाइडलाइंस जारी की थी अब इसी कड़ी में राज्य सरकार ने चारधाम यात्रियों के लिए पंजीकरण बेहद अनिवार्य कर दिया है बिना पंजीकरण कराएँ श्रद्धालुओं को चारधाम यात्रा में दर्शन करने की कठिनाई हो सकती है राज्य सरकार की ओर से अपील की जा रही है कि जो भी श्रद्धालु उत्तराखंड में चारधाम के लिए आए वो पहले अपना पंजीकरण करा कर रहे हैं

मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने इसको लेकर शासनादेश भी जारी किया है और साथ ही श्रद्धालुओं से सहयोग की अपील भी की है

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प्रदेश सरकार ने चारधाम यात्रा पर आने वाले सभी तीर्थयात्रियों के लिए पंजीकरण को अनिवार्य कर दिया गया है। हरिद्वार और ऋषिकेश में ऑफलाइन पंजीकरण बंद कर दिए जाने से अब ऑनलाइन पंजीकरण के बाद ही श्रद्धालु चारधाम यात्रा पर आ सकते हैं। तीर्थयात्रियों की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया गया है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी चारधाम यात्रा पर देश-दुनिया से आने वाले श्रद्धालुओं की सुगम और सुविधाजनक यात्रा को लेकर अत्यंत गंभीर हैं। सुरक्षित और व्यवस्थित यात्रा के लिए शासन प्रशासन के अधिकारियों से लगातार समीक्षा बैठक कर रहे हैं।आज बुधवार को मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने अनिवार्य पंजीकरण का आदेश जारी किया है।
शासनादेश में तीर्थयात्रियों से कहा गया है कि पंजीकरण के बाद ही यात्रा पर आएं। बिना पंजीकरण के आने पर उन्हें बैरियर या चेक प्वाइंट पर रोका जा सकता है। और ऐसा होने पर उन्हें भारी असुविधा का सामना करना पड़ेगा। यात्रियों को सलाह दी गई है कि पंजीकरण होने पर वे निर्धारित तिथि पर ही यात्रा पर आएं। जिस धाम की यात्रा पर आ रहे हैं, उसी रूट पर जाएं।
यात्रा कराने वाले टूर एवं ट्रेवल्स एजेंसियों से भी यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि यात्रियों ने पंजीकरण कराया है या नहीं। साथ ही यात्री वाहन को ट्रिप कार्ड जारी किया गया है या नहीं। शासनादेश में अपेक्षा व्यक्त की गई है कि सभी तीर्थयात्री यात्रा एडवाइजरी का पालन करते हुए शासन-प्रशासन को सहयोग करेंगे।

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